केंद्र सरकार के लाखों कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए राहत भरी खबर है। सूत्रों के मुताबिक, सरकार जुलाई 2025 में महंगाई भत्ते (DA) में 2% से 3% तक की बढ़ोतरी पर विचार कर रही है। अगर ऐसा होता है, तो DA की दर वर्तमान 55% से बढ़कर 57-58% हो जाएगी। अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPI-IW) के आंकड़ों के आधार पर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि जुलाई 2025 में DA में 2% से 3% तक की बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि यह वृद्धि पिछले कुछ वर्षों की तुलना में सबसे कम हो सकती है। यदि 2% की वृद्धि होती है तो DA 57% हो जाएगा।
क्या है पूरा मामला?
- वर्तमान में केंद्रीय कर्मचारियों को 55% DA मिल रहा है
- जनवरी 2025 में DA 53% से बढ़कर 55% हुआ था
- जुलाई 2025 में संभावित वृद्धि: 2-3%
- अगर 2% बढ़ता है तो DA होगा 57%
- अगर 3% बढ़ता है तो DA होगा 58%
कैसे तय होता है DA?
DA की गणना अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPI-IW) के आधार पर की जाती है। पिछले कुछ महीनों में CPI-IW में मामूली गिरावट देखी गई है: केंद्र सरकार द्वारा DA की दरों में संशोधन साल में दो बार जनवरी और जुलाई में किया जाता है। यह व्यवस्था कर्मचारियों को बढ़ती महंगाई से राहत प्रदान करने के लिए बनाई गई है। DA की गणना AICPI-IW के आंकड़ों के आधार पर एक विशेष फॉर्मूले के माध्यम से की जाती है जो पिछले 12 महीनों के औसत को देखता है। यदि CPI-IW में स्थिरता या मामूली वृद्धि होती है तो DA में 2% की बढ़ोतरी संभावित है, जबकि सूचकांक में अधिक वृद्धि होने पर 3% तक की वृद्धि हो सकती है। वर्तमान आर्थिक परिस्थितियों और महंगाई दर को देखते हुए 2% की वृद्धि संभावित लग रही है।
- दिसंबर 2024: 143.7
- जनवरी 2025: 143.2
इसी वजह से विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार DA वृद्धि पिछले सालों के मुकाबले कम (2-3%) हो सकती है।
आपके वेतन पर क्या असर पड़ेगा? यदि किसी कर्मचारी का मूल वेतन 40,000 रुपये है और वर्तमान में उसे 55% DA मिल रहा है, तो वह 22,000 रुपये DA प्राप्त कर रहा है। यदि 2% की वृद्धि होती है तो यह राशि 22,800 रुपये हो जाएगी, जिससे मासिक 800 रुपये का अतिरिक्त लाभ मिलेगा। यदि 3% की वृद्धि होती है तो DA 23,200 रुपये हो जाएगा, जिससे 1,200 रुपये का मासिक अतिरिक्त लाभ प्राप्त होगा। यह राशि भले ही छोटी लगे, लेकिन वार्षिक आधार पर यह 9,600 से 14,400 रुपये तक का अतिरिक्त लाभ प्रदान करती है।
उदाहरण के तौर पर:
- अगर आपका बेसिक सैलरी है 40,000 रुपये
- वर्तमान DA (55%): 22,000 रुपये
- 2% बढ़ोतरी पर: 22,800 रुपये (800 रुपये/माह अधिक)
- 3% बढ़ोतरी पर: 23,200 रुपये (1,200 रुपये/माह अधिक)
सालाना तौर पर यह 9,600 से 14,400 रुपये तक का अतिरिक्त लाभ देगा।
पेंशनभोगियों को भी मिलेगा फायदा
पेंशनभोगियों के लिए DR (डियरनेस रिलीफ) में भी इसी अनुपात में बढ़ोतरी होगी। इससे उनकी मासिक आय में भी इजाफा होगा। उनके मूल पेंशन के आधार पर DR में वृद्धि होती है। इससे बुजुर्गों की आर्थिक स्थिति में सुधार आता है और वे अपनी दैनिक आवश्यकताओं को बेहतर तरीके से पूरा कर सकते हैं।
8वें वेतन आयोग का क्या होगा?
जनवरी 2025 में 8वें वेतन आयोग के गठन की घोषणा हुई थी, लेकिन आयोग के Terms of Reference (ToR) अभी तक जारी नहीं किए गए हैं और न ही इसके अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति हुई है। इससे कार्यान्वयन में देरी के संकेत मिल रहे हैं। 8वें वेतन आयोग में fitment factor 2.57 से बढ़कर 2.86 तक हो सकता है, जिससे न्यूनतम मूल वेतन 18,000 रुपये से बढ़कर 51,000 रुपये तक हो सकता है।
- अभी तक इसके अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति नहीं हुई
- ToR (Terms of Reference) भी जारी नहीं हुए
- विशेषज्ञों का मानना है कि यह 2026 के अंत या 2027 की शुरुआत में लागू हो सकता है
क्या है कर्मचारी संगठनों की मांग?
कर्मचारी संगठन DA को मूल वेतन में शामिल करने की मांग कर रहे हैं। उनका तर्क है कि DA लगातार बढ़ रहा है और इसे मूल वेतन का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। कर्मचारी 8वें वेतन आयोग से पहले मूल वेतन में डीए जोड़ने की मांग कर रहे हैं, क्योंकि 7वें सीपीसी ने इसकी सिफारिश की थी। यह सच है कि यदि महंगाई भत्ते को मूल वेतन में मिला दिया जाए तो कर्मचारियों को अधिक लाभ होगा, क्योंकि सभी भत्ते और अन्य लाभ मूल वेतन पर आधारित होते हैं।
अंतिम बात:
हालांकि DA बढ़ने की संभावना है, लेकिन अभी आधिकारिक घोषणा का इंतजार करना होगा। कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को सलाह दी जाती है कि वे अफवाहों पर न जाएं और सरकारी अधिसूचना का इंतजार करें।